Skin grafting तब कराई जाती है जब ज़ख्म अपने-आप ठीक नहीं हो रहा हो या नई स्किन बनने की क्षमता खत्म हो गई हो।
Skin Grafting क्यों ज़रूरी होती है?
1️⃣ ज़ख्म जल्दी भरने के लिए
बड़े, गहरे या पुराने ज़ख्म महीनों तक नहीं भरते
Skin graft लगाने से healing तेज़ हो जाती है
2️⃣ इंफेक्शन से बचाव
खुले ज़ख्म में बार-बार इंफेक्शन का खतरा रहता है
नई स्किन लगने से ज़ख्म कवर हो जाता है, जिससे इंफेक्शन कम होता है
3️⃣ दर्द और रिसाव कम होता है
खुले ज़ख्म में दर्द और पानी/खून निकलता रहता है
Skin graft से दर्द, जलन और रिसाव कम हो जाता है
4️⃣ हाथ-पैर की काम करने की क्षमता बचती है
लंबे समय तक ज़ख्म रहने से जकड़न आ जाती है
Skin grafting से movement बेहतर रहती है
5️⃣ जलने के बाद नई स्किन पाने के लिए
Burns में स्किन खुद नहीं बन पाती
Skin grafting से नई और मजबूत स्किन मिलती है
6️⃣ पुराने अल्सर में (Diabetic / Varicose Ulcer)
डायबिटीज़ या वेरिकोज़ वेन्स में घाव सालों तक नहीं भरते
Skin grafting से घाव बंद होता है और बार-बार बनने से बचाव होता है
7️⃣ दिखावट और आत्मविश्वास बेहतर
ज़ख्म बंद होने से skin की शेप और रंग धीरे-धीरे नॉर्मल होता है
मरीज का confidence बढ़ता है
किन मामलों में सबसे ज़्यादा फायदा होता है?
✔ जलने के बाद
✔ एक्सीडेंट के ज़ख्म
✔ डायबिटिक फुट
✔ वेरिकोज़ वेन्स के अल्सर
✔ लंबे समय से न भरने वाले घाव
जब ज़ख्म खुद से नहीं भर रहा हो, बार-बार इंफेक्शन हो रहा हो या स्किन खराब हो गई हो, तब Skin Grafting सबसे असरदार और सुरक्षित इलाज है।